Tissue Paper Making Business Ideas : यदि आप कम बजट में कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो आज हम आपके लिए एक ऐसा ही बिजनेस आइडिया लेकर आए हैं। दरअसल आजकल की पीढ़ी स्वच्छता की ओर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसके कारण टिशू पेपर का इस्तेमाल तेजी से हो रहा है। इसीलिए टिशू बनाने के व्यवसाय को शुरू करने का यह एक सुनहरा अवसर है।
टिशू पेपर मेकिंग बिजनेस एक ऐसा व्यापार है, जोकि बहुत कम निवेश के साथ शुरू किया जा सकता है। इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए शुरुआती तौर पर अधिक निवेश की आवश्यकता नहीं होती है। इसी के साथ इसका मार्केट साइज बहुत बड़ा है, जिसके कारण इसमें कमाई होने की संभावनाएं भी बहुत ज्यादा हैं।
Tissue Paper Making Business Ideas को कैसे शुरू करें?
आजकल सभी प्रकार के होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, बाथरूम एवं हेयर स्टाइलिस्ट भी टिशू पेपर का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि इससे स्वच्छता का माहौल बना रहता है। इसी के साथ शादी, विवाह एवं फंक्शंस में भी टिशू पेपर का इस्तेमाल बहुत जोरो से किया जाता है। इन सभी कारणों से टिशू पेपर की खपत सामाजिक तौर पर बहुत ज्यादा है।
इसीलिए टिशू पेपर व्यवसाय को बहुत आसानी से शुरू कर सकते हैं। इसके लिए भारत सरकार के द्वारा कुछ प्रोग्राम भी चलाए जाते हैं, जिसमें शामिल होकर टिशू पेपर बनाने की ट्रेनिंग भी कर सकते हैं। इसी के साथ भारत सरकार टिशू पेपर की गुणवत्ता एवं क्वालिटी को बेहतर बनाने के तरीके सिखाती है। जिसकी सहायता से आप अपने बिजनेस को बहुत कम समय में ही बड़ा व्यवसाय बना सकेंगे।
टिशू पेपर बनाने के बिजनेस के लिए आवश्यक राॅ मटेरियल
टिशू पेपर को बनाने के लिए रॉ मटेरियल के तौर पर केवल पेपर की आवश्यकता होती है। यह पेपर मार्केट में बंडल के रूप में भारी मात्रा में उपलब्ध हो जाता ह। जिसका रोल 50-60 रुपए प्रति किलो ग्राम के हिसाब से मिल जाता है।
टिशू पेपर बनाने के बिजनेस के लिए मशीन
टिशू पेपर बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक मशीन है। दरअसल टिशू पेपर व्यवसाय शुरू करने के लिए मशीन का होना बहुत ही आवश्यक है। इस मशीन में पेपर रोल को लगा दिया जाता है, जिसके पश्चात मशीन से टिशू पेपर बनकर निकलने लगते हैं। मशीन एक ऐसा मध्य है, जिसके द्वारा लाखों की संख्या में टिशू पेपर बहुत ही कम समय में बनकर तैयार हो जाते हैं, जिससे वेबसाइट को भी तेजी से वृद्धि मिलती है।
टिशू पेपर बनाने के बिजनेस में निवेश धनराशि
टिशू पेपर बनाने के व्यवसाय में सबसे अधिक निवेश मशीन के लिए करना होता है। दरअसल इस मशीन के माध्यम से टिशू पेपर बहुत तेजी से बनते हैं, इससे पेपर रोल को मशीन से संबंधित कर दिया जाता है। इसके पश्चात मशीन अपने आप टिशू पेपर बनाकर तैयार करने लगती है। इस मशीन की कीमत लगभग 4.5-5 लाख रुपए है। इसी के साथ इस व्यवसाय में पेपर रोल का खर्चा आता है।
इसके अलावा यदि आप इस व्यवसाय के लिए किसी प्रॉपर्टी को किराए पर लेते हैं, तो उसके लिए भी लगभग 30 से 40 हजार रुपए का खर्चा हो जाता है। हालांकि कुल मिलाकर इस व्यवसाय के लिए लगभग 6 से 7 लाख रुपए का निवेश आवश्यक है।
टिशू पेपर बिजनेस से होने वाला लाभ
टिशू पेपर का इंडस्ट्री की सभी फील्ड में बहुत ज्यादा उपयोग है, क्योंकि टिशू पेपर एक ऐसा माध्यम है, जो की साफ-सफाई के लिए बहुत ही आवश्यक है। टिशू पेपर का उपयोग मुख्य रूप से फंक्शन, होटल, रेस्टोरेंट, शादी आदि बहुत से स्थानों पर होता है। इसीलिए इसका मार्केट साइज बहुत बड़ा है, जिसके कारण इसकी खपत भी बहुत तेजी से होती है।
टिशू पेपर के मार्केट साइज का आंकड़ा आप साल 2022 के अनुसार लगा सकते हैं, क्योंकि साल 2022 में इसका मार्केट साइज 82 बिलियन यूएस डॉलर का था। जो की आने वाले समय में और भी तेजी से बढ़ेगा। इसीलिए यह एक सुनहरा अवसर है, जिसमें आप टिशू पेपर व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं। जिसके द्वारा आप सालाना लगभग 5 से 8 लाख रुपए आसानी से कमा पाएंगे।
टिशू पेपर के बनाने की प्रक्रिया
टिशू पेपर बनाने की प्रक्रिया बहुत ही आसान है। क्योंकि टिशू पेपर बनाने की पूरी प्रोसेसिंग मशीन के द्वारा ही की जाती है। इसके लिए सिर्फ आपको मशीन में दिए गए, होल्डर पर पेपर रोल लगा देना है। इस पेपर रोल का एक हिस्सा मशीन से जोड़ दें। इसके बाद मशीन को चालू करने देने पर, मशीन स्वयं अंदर की ओर पेपर को खींचने लगती है।
इस प्रक्रिया के पश्चात मशीन के अंदर प्रोसेसिंग होकर टिशू पेपर बनने लगते हैं। टिशू पेपर बनने के बाद सिर्फ पैकेजिंग का कार्य बचता है, जो कि कुछ व्यक्ति मिलकर कर सकते हैं। जिससे आप ऑर्डर के अनुसार पैकेजिंग करके अच्छी कमाई कर पाएंगे।
टिशू पेपर बनाने के बिजनेस हेतु लाइसेंस
टिशू पेपर बनाने के व्यवसाय को शुरू करने के लिए सबसे आवश्यक लाइसेंस होना है, जो की कानूनी प्रक्रिया के द्वारा बनेगा। दरअसल सरकार द्वारा दिए जाने वाले लाइसेंस की मदद से आप अपने व्यवसाय को सुरक्षित कर पाएंगे। इसके माध्यम से सरकार आप पर किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई नहीं कर पाए।
इसी के साथ व्यवसाय रजिस्ट्रेशन दस्तावेज होने के कारण आप अन्य सभी प्रकार के फ्राड टैक्स से बच पाएंगे, इसके माध्यम से सिर्फ आपको सरकार द्वारा लागू किए गए टैक्स देने होंगे।
टिशू पेपर की मार्केटिंग स्ट्रेटजी
टिशू पेपर मार्केट में अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए सबसे आवश्यक है, कि आप होटल, रेस्टोरेंट एवं ढाबों पर संपर्क करें। क्योंकि यह ऐसे स्थान हैं, जिसमें टिशू पेपर का उपयोग रोजाना किया जाता है। इसीलिए इन स्थानों पर खपत में सबसे अधिक होती है। जब आप अपने व्यवसाय की शुरुआत करें, तो टिशू पेपर को कम कीमत पर दें।
जिससे कि आपके ग्राहक आपके पास पुनः लौट कर आए। इसी के साथ टिशू पेपर की गुणवत्ता और क्वालिटी पर सबसे अधिक ध्यान देना आवश्यक है। इसके अलावा शहरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रचार प्रसार कराएं, जिससे शादी-विवाह में आपके टिशू पेपर का इस्तेमाल किया जाए। इससे आपके टिशू पेपर व्यवसाय की कम समय में तेजी से ग्रोथ होगी।
Frequently Asked Questions (FAQs)
Q1. टिशू पेपर कौन सी कंपनी बनाती है?
भारत में प्रसिद्ध टिशू पेपर निर्माताओं में से एक, सेंचुरी पेपर एंड पल्प अब उद्योग में एक प्रमुख नाम है।
Q2. टिशू पेपर की जरूरत किसे है?
हाइजीनिक टिशू पेपर आमतौर पर व्यक्तिगत उपयोग के लिए होता है जैसे कि फेशियल टिशू (पेपर रूमाल), नैपकिन, बाथरूम टिशू और घरेलू तौलिए।
Q3. टिशू पेपर कैसे बनता है?
टिशू पेपर के निर्माण में 3 मुख्य प्रक्रियाएँ शामिल हैं, अर्थात् पल्पिंग, प्रेसिंग और कन्वर्टिंग । यह कागज के निर्माण के समान है, लेकिन कोमलता और मोटाई प्राप्त करने के लिए गहन देखभाल की जाती है। कागज का गूदा सबसे पहले लकड़ी के रेशों या पुनर्नवीनीकृत सामग्रियों से बनाया जाता है।
Q4. टिशू पेपर कितने प्रकार के होते हैं?
टिशू सिंगल प्लाई, 2-प्लाई, 4-प्लाई और कई अन्य मोटाई में आते हैं। प्रत्येक प्लाई का मतलब टिशू की एक सिंगल शीट है, जो आमतौर पर बहुत पतली, बहुत नरम और बहुत शोषक होती है।
Q5. टिशू पेपर कौन सा देश आयात करता है?
2022 में, टिशू के शीर्ष आयातक यूनाइटेड किंगडम ($561M), संयुक्त राज्य अमेरिका ($544M), जर्मनी ($387M), फ्रांस ($223M), और पोलैंड ($207M) थे।